सीकर.ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती परीक्षा सवालों के घेरे में है।
अभ्यर्थियों का दावा है कि ग्रामीण पंचायतराज विभाग ने सवालों के जो उत्तर
सही बताए हैं, वे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, एनसीईआरटी और अन्य रेफरेंस बुक्स
के मुताबिक गलत है। आरटीआई के जरिए ओएमआरशीट नहीं दिखाने पर कोर्ट के जरिए
आंसर-की और अपनी ओएमआर शीट देखने पहुंच रहे अभ्यर्थियों ने ग्रामीण पंचायत
राज विभाग की आंसर-की को चैलेंज करते हुए तमाम दस्तावेज साथ में लगाए हैं।
सीकर जिले में अब तक 29 अभ्यर्थी दावा कर चुके हैं। गलत उत्तरों को सही
बताने पर कई अभ्यर्थियों को तीन से 10 अंकों का नुकसान हुआ है।
प्रत्येक अभ्यर्थी ने पांच से दस सवाल तक चैलेंज किए हैं। कुछ
अभ्यर्थी तो ऐसे भी हैं, जिन्होंने 25 अंकों के सवालों को चैलेंज किया है।
ग्रामीण पंचायतराज विभाग ने विशेषज्ञों की कमेटी भी गठित कर दी है जो
अभ्यर्थियों द्वारा चैलेंज किए गए दावों की जांच कर रही है। भर्ती पर सवाल
इसलिए भी उठ रहे हैं कि क्योंकि परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों से प्रश्न-पत्र
तक वापस ले लिए गए थे। आंसर-की भी जारी नहीं की गई। ग्रेड थर्ड शिक्षक
भर्ती के फस्र्ट और सैकंड लेवल में सवाल के जवाब चैलेंज किए गए है।
'जो सवाल चैलेंज हुए हैं, उनकी जांच के लिए राज्य स्तर पर कमेटी बना
दी गई है। कमेटी आपत्तियों की जांच कर रही है। रिपोर्ट आने के बाद उच्च
स्तर पर फैसला लिया जाएगा।'
किशनलाल बाड़ेटिया, उप शासन सचिव (विधि), ग्रामीण पंचायतराज विभाग
अभ्यर्थियों ने इसलिए उठाए हैं परीक्षा पर सवाल
1. ग्रेडथर्ड शिक्षक भर्ती में पूछा गया था कि राजीव गांधी खेल रत्न
पुरस्कार से सम्मानित राजस्थान का खिलाड़ी है। दिए गए ऑप्शन में पंचायतराज
विभाग ने सही उत्तर गगन नारंग को बताया है। जबकि अभ्यर्थी का दावा है कि
गगन सारंग चेन्नई निवासी है। दांतारामगढ़ तहसील के रणवीरसिंह ने ऐसे ही कई
सवालों को चैलेंज किया है। प्रमाण के तौर पर कई बुक्स की कॉपी भी लगाई है।)
2. चालुक्य वंश का संस्थापक कौन है? पंचायतराज ने सही जवाब विजयसिंह
बताया है। जबकि अभ्यर्थी का दावा है कि दिए गए विकल्पों में कोई भी सही
उत्तर नहीं है। सीकर की छात्रा मैना कुमारी का कहना है कि आरटीआई में कॉपी
नहीं दिखाने पर कोर्ट की शरण लेनी पड़ी थी। इसके बाद भी सिर्फ 15 मिनट ही
दिए गए।
3. सामान्य ज्ञान के पेपर में पूछा गया था कि बुद्धि लब्धि का सूत्र
सर्वप्रथम किसने दिया। पंचायतराज ने सही उत्तर बिने को माना है। जबकि
अभ्यर्थियों का दावा है कि बिने ने तो मानसिक आयु का सूत्र दिया था। जबकि
प्रश्न का सही उत्तर टरमन है। अभ्यर्थियों ने इसके लिए कई एनसीआरटीई सहित
अन्य पुस्तकों की कॉपी भी पेश की है।
> क्यों नहीं दिया प्रश्न-पत्र और क्यों नहीं दिखाई ओएमआरशीट?
अभ्यर्थियों का आरोप है कि ग्रेड थर्ड शिक्षक भर्ती के प्रश्न-पत्र भी
परीक्षा के तुरंत बाद ले लिए गए थे। जब विद्यार्थियों ने आरटीआई के जरिए
आंसर-की व ओएमआरशीट मांगी तो वह भी नहीं दी गई। क्यों? हाईकोर्ट की शरण के
बाद सीकर में प्रश्न-पत्र, ओएमआरशीट व आंसर-की देखने के लिए सिर्फ 15 मिनट
का समय दिया जा रहा है। वो भी कई चक्कर लगाने के बाद। अभ्यर्थी को
कम्प्यूटर के सामने बैठा दिया जाता है यह सभी दस्तावेज देखने के लिए। कई
सेंटरों पर प्रश्न-पत्र रिपिट हो गए थे। फतेहपुर में कई अभ्यर्थियों ने
इसकी शिकायत भी की थी। इसलिए सवाल यह है कि मेरिट एक ही कैसे बनाई जा सकती
है। क्या है अभ्यर्थियों के साथ धोखा नहीं है।
> मेरिट बदली तो सीकर पर असर?
हाईकोर्ट ने पंचायतराज विभाग को हर जिले में विशेषज्ञों की कमेटी
बनाकर चैलेंज किए गए सवालों के जवाब की जांच करने के निर्देश दिए हैं। सीकर
जिला परिषद अभ्यर्थियों के दस्तावेज पंचायतराज को भेज रही है। जानकारों का
कहना है कि यदि विशेषज्ञों की कमेटी के बाद नए सिरे से मेरिट बनती है तो
कई अभ्यर्थी भर्ती में शामिल हो सकते हैं। एक अंक बढ़ने पर दस अभ्यर्थियों
को वरियता में लाभ मिलने की उम्मीद है। हाईकोर्ट के वकील संदीप कलवानिया ने
बताया कि थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों लेवल के गलत प्रश्नों
एवं उनके जवाबों को लेकर परीक्षार्थियों ने हाईकोर्ट में चुनौती दी है। जिस
पर कोर्ट ने जिला परिषदों को उनका परीक्षण विशेषज्ञ कमेटी से करवाने के
निर्देश दिए हैं।
> परीक्षा में इतने हुए हैं चयनित
सीकर में प्रथम स्तर पर 165, सैकंड लेवल पर 487, चूरू जिले में प्रथम
स्तर पर 101 व सैकंड स्तर पर 907 और झुंझुनूं में प्रथम स्तर पर दो
अभ्यर्थी ग्रेड थर्ड शिक्षक पद पर नियुक्त किए गए हैं। वहीं प्रदेशभर में
33 हजार 631 को इस भर्ती में शिक्षक बनाया गया है।
सीकर में प्रथम स्तर पर 165, सैकंड लेवल पर 487, चूरू जिले में प्रथम
स्तर पर 101 व सैकंड स्तर पर 907 और झुंझुनूं में प्रथम स्तर पर दो
अभ्यर्थी ग्रेड थर्ड शिक्षक पद पर नियुक्त किए गए हैं। वहीं प्रदेशभर में
33 हजार 631 को इस भर्ती में शिक्षक बनाया गया है।
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