खतरों से नहीं बेकारी से लगता 'डर'
कन्नौज : जरा से भय से भयभीत होने वाली लड़कियों के अंदर बेरोजगारी ने इतनी हिम्मत भर दी, कि वह पुलिस की नौकरी के जोखिमों को भी खुशी-खुशी उठाने को तैयार हैं। यही कारण है कि पुलिस भर्ती के लिए आवेदन खरीदने आई भीड़ में युवतियों की संख्या काफी दिखाई दी। युवतियों से बातचीत की गई तो कई ने कहा कि साहब इस महंगाई के दौर में पुलिस की भी नौकरी मिल जाए को वह खुशनसीब हो जाएंगी।
शुक्रवार को उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड लखनऊ द्वारा पुलिस आरक्षी पद पर भर्ती के लिए आवेदन पत्रों का वितरण शहर के मुख्य डाकघर किया जा रहा है। डाकघर में दूसरे दिन भी आवेदन फार्म खरीदने को युवक-युवतियों की काफी भीड़ लगी रही।
इस भीड़ में लड़कियां भी लंबी कतार थी। युवकों के साथ धक्का-मुक्की के बीच इन लोगों ने साहस का परिचय देते हुए आवेदन पत्र हासिल किया। बंसरामऊ की युवती अदिति का कहना है कि वह पुलिस में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहती है। गुरसहायगंज के ऊंचा गांव निवासी सावित्री देवी ने कहा कि इस बेरोजगारी में कोई नौकरी मिल जाए, तो बड़ी बात है। उसका कहना था कि बेरोजगारी से डर लगता है, लेकिन खतरों से नहीं। जसपुरापुर सरैया गांव निवासी लाली देवी ने काफी लंबी लाइन में लगने के बाद फार्म हासिल किया। उसने कहा कि उसे महिला पुलिस कर्मियों को देखकर अच्छा लगता है।
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