अभ्यर्थी जान सकेंगे, कितने सवालों के सही उत्तर दिए
लखनऊ । इंटर कॉलेजों में भर्ती के लिए होने वाली पीजीटी-टीजीटी परीक्षा में अभ्यर्थियों को अब ओएमआर सीट की प्रति वापस की जाएगी। अभ्यर्थी इस प्रति को घर ले जा सकेंगे। हफ्ते भर बाद ‘आंसर-की’ माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड की वेबसाइट पर जारी कर दी जाएगी। इससे अभ्यर्थी अपने अंकों का मिलान कर सकेंगे। परीक्षाओं में धांधली रोकने के लिए बोर्ड ने यह भी निर्णय लिया है कि परीक्षा से पहले कॉपियां ट्रेजरी में डबल लॉक में सुरक्षित रखी जाएंगी। परीक्षा से ठीक पहले वहीं से सुरक्षा के साथ केन्द्रों पर पहुंचाई जाएंगी।
चयन बोर्ड की पीजीटी-टीजीटी परीक्षा 25 अगस्त, एक और आठ सितम्बर को होनी है। इस परीक्षा में अभी तक ओएमआर सीट अभ्यर्थी को वापस नहीं की जाती थी। आंसर-की भी जारी नहीं होती थी। यही वजह है कि इस परीक्षा में गड़बड़ियों की काफी शिकायतें थीं। ओएमआर सीट की अदला-बदली तक की शिकायतें बोर्ड को मिली थीं। यही देखते हुए बोर्ड ने ओएमआर सीट अभ्यर्थियों को देने का निर्णय लिया है। इससे गड़बड़ियां भी रुकेंगी और पारदर्शिता आएगी। अभ्यर्थी अब यह जान सकेंगे कि उन्होंने कितने सवालों के सही उत्तर दिए थे। उन्हें जो नम्बर मिले हैं वे सही हैं कि नहीं। अभी तक परीक्षा से पहले ओएमआर सीट रखने के लिए राजकीय कॉलेजों को संकलन केन्द्र बनाया जाता था। अब इसकी जगह ट्रेजरी में ये रखी जाएंगी। वहीं से कड़ी सुरक्षा के साथ परीक्षा वाले दिन ये ओएमआर सीट परीक्षा केन्द्रों को पहुंचाई जाएंगी। हर परीक्षा केन्द्र पर वीडियोग्राफी कराने का भी निर्णय बोर्ड ने लिया है। आयोग के सदस्यों ने बैठक करके यह भी तय किया वीडियोग्राफी का खर्च आयोग खुद उठाएगा। इसके लिए सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को छह हजार रुपए दिए जाएंगे
चयन बोर्ड की पीजीटी-टीजीटी परीक्षा 25 अगस्त, एक और आठ सितम्बर को होनी है। इस परीक्षा में अभी तक ओएमआर सीट अभ्यर्थी को वापस नहीं की जाती थी। आंसर-की भी जारी नहीं होती थी। यही वजह है कि इस परीक्षा में गड़बड़ियों की काफी शिकायतें थीं। ओएमआर सीट की अदला-बदली तक की शिकायतें बोर्ड को मिली थीं। यही देखते हुए बोर्ड ने ओएमआर सीट अभ्यर्थियों को देने का निर्णय लिया है। इससे गड़बड़ियां भी रुकेंगी और पारदर्शिता आएगी। अभ्यर्थी अब यह जान सकेंगे कि उन्होंने कितने सवालों के सही उत्तर दिए थे। उन्हें जो नम्बर मिले हैं वे सही हैं कि नहीं। अभी तक परीक्षा से पहले ओएमआर सीट रखने के लिए राजकीय कॉलेजों को संकलन केन्द्र बनाया जाता था। अब इसकी जगह ट्रेजरी में ये रखी जाएंगी। वहीं से कड़ी सुरक्षा के साथ परीक्षा वाले दिन ये ओएमआर सीट परीक्षा केन्द्रों को पहुंचाई जाएंगी। हर परीक्षा केन्द्र पर वीडियोग्राफी कराने का भी निर्णय बोर्ड ने लिया है। आयोग के सदस्यों ने बैठक करके यह भी तय किया वीडियोग्राफी का खर्च आयोग खुद उठाएगा। इसके लिए सभी केन्द्र व्यवस्थापकों को छह हजार रुपए दिए जाएंगे
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