बीटीसी के लिए ऑनलाइन फार्म भरने के दौरान यदि किसी प्रकार की चूक हो जाती है तो आवेदक दोबारा फार्म भर सकेगा। बशर्ते उसे दोबारा ई-चालान बनवाना होगा।
यह सुविधा इसलिए दी जा रही ताकि आवेदन करने वालों को यह पछतावा न हो कि उसका फार्म गलत भरने की वजह से उसका चयन नहीं हो सका।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। शीघ्र ही इस संबंध में शासनादेश जारी करने की तैयारी है। इसके लिए 18 से 30 वर्ष की आयु वाले ही पात्र होंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक बनने की योग्यता बीटीसी है। राज्य सरकार बीटीसी सत्र नियमित करना चाहती है। इस बार ऑनलाइन के साथ सभी जिलों में आवेदन करने की छूट होगी।
पिछली बार आवेदन के दौरान गलती होने पर हजारों अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। इसलिए यदि अभ्यर्थी को लगता है कि उनके गलती कर दी है तो दोबारा फार्म भरने की छूट होगी। बीटीसी के लिए आवेदन पत्र इसी माह लेने की तैयारी है।
इस बार आवेदन शुल्क सामान्य और पिछड़ा वर्ग के लिए 300 और अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए 150 रुपये रखने की योजना है। इसके पहले 400 व 200 रुपये था।
बीटीसी प्रशिक्षण के लिए चयनित होने वालों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के साथ निजी कॉलेजों में प्रवेश दिया जाएगा। अल्पसंख्यक कॉलेज की 50 फीसदी सीटों पर काउंसिलिंग से प्रवेश दिया जाएगा और 50 फीसदी सीटों पर कॉलेज प्रबंधन प्रवेश देगा।
यह सुविधा इसलिए दी जा रही ताकि आवेदन करने वालों को यह पछतावा न हो कि उसका फार्म गलत भरने की वजह से उसका चयन नहीं हो सका।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। शीघ्र ही इस संबंध में शासनादेश जारी करने की तैयारी है। इसके लिए 18 से 30 वर्ष की आयु वाले ही पात्र होंगे।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक बनने की योग्यता बीटीसी है। राज्य सरकार बीटीसी सत्र नियमित करना चाहती है। इस बार ऑनलाइन के साथ सभी जिलों में आवेदन करने की छूट होगी।
पिछली बार आवेदन के दौरान गलती होने पर हजारों अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। इसलिए यदि अभ्यर्थी को लगता है कि उनके गलती कर दी है तो दोबारा फार्म भरने की छूट होगी। बीटीसी के लिए आवेदन पत्र इसी माह लेने की तैयारी है।
इस बार आवेदन शुल्क सामान्य और पिछड़ा वर्ग के लिए 300 और अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए 150 रुपये रखने की योजना है। इसके पहले 400 व 200 रुपये था।
बीटीसी प्रशिक्षण के लिए चयनित होने वालों को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के साथ निजी कॉलेजों में प्रवेश दिया जाएगा। अल्पसंख्यक कॉलेज की 50 फीसदी सीटों पर काउंसिलिंग से प्रवेश दिया जाएगा और 50 फीसदी सीटों पर कॉलेज प्रबंधन प्रवेश देगा।
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